ऑनलाइन फ्लिपकार्ट शॉपिंग में धोखाधड़ी करने वाला गिरोह गिरफ्तार,आईएमईआई नंबर बदलकर कम्पनी को लगाते थे चूना…फर्जीवाड़ा के मामले में जामताड़ा को छोड़ा पीछे

ऑनलाइन फ्लिपकार्ट शॉपिंग में धोखाधड़ी करने वाला गिरोह गिरफ्तार.. आईएमईआई नंबर बदलकर कम्पनी को लगाते थे चूना.. फर्जीवाड़ा के मामले में जामताड़ा को छोड़ा पीछे cgdarpan.com

बिलासपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है जिन्हें अब तक के सबसे शातिर ठगों में गिना जाए तो गलत ना होगा। मोबाइल का आईएमईआई नंबर बदलकर फ्लिपकार्ट जैसी शॉपिंग कंपनी को चूना लगाने वाले शातिर ठगों को बिलासपुर के साइबर सेल और सरकंडा पुलिस की टीम ने पकड़ना में सफलता हासिल की है। आरोपियों के पास से नए पुराने मिलाकर 150 से अधिक मोबाइल समेत 25 लाख से अधिक का सामान जप्त किया है। मामले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने बताया कि.. प्रार्थी रौशन खान जो कि फ्लिपकार्ट की लाजिस्टिक कंपनी विली रतनपुर ओ.डी.एच में हब इंचार्ज के पद पर मारूती शो रूम के बगल मोपका में काम करता है, उसने थाना सरकंडा में शिकायत दर्ज कराया कि ऑनलाइन शापिंग साइट कंपनी फ्लिपकार्ट में एक्सचेंज ऑफर चल रहा है जिसके तहत ग्राहक अपने पुराने सामान या मोबाईल इत्यादि को आफर के तहत बदल कर नए सामान या मोबाइल प्राप्त कर सकते है तथा उस योजना का लाभ ले सकते हैं। कंपनी द्वारा ग्राहकें से ऑनलाईन मोबाइल का माडल तथा IMEI पूछकर मूल्य का निर्धारण किया जाता है.जिसके एवज में नए मोबाइल फोन को कम कीमत पर ग्राहकों को उपलब्ध या प्रदाय किया जाता है.

कंपनी के डिलीवरी बॉय द्वारा पुराने मोबाइल का IMEI मिलान कर मोबाइल को एक्सचेंज किया जाता था। उस दौरान पता चला कि इस ऑफर के तहत अधिकतर मोबाइल चकरभाटा एवं पुराने बस स्टैंड बिलासपुर क्षेत्र और रायपुर भिलाई में अलग-अलग नाम पते एवं माबाइल नंबर पर डिलिवर हुए हैं. इस प्रकार लगभग 100 से अधिक मोबाइल फोन डिलीवर हुए है तथा कंपनी को भेजे गए मोबाइल के IMEI गलत है एवं उनके माडल में भी भिन्नता है। तथा कंपनी के साथ लाखों रूपये की धोखाधड़ी इस एक्सचेंज आफर के तहत की जा रही है.

सायबर अपराध की इस नई तरीके की गंभीरता के मद्देनजर जिले के पुलिस कप्तान ने टीम गठित कर सायबर सेल बिलासपुर को आवश्यक तकनीकी जांच कर तथा साक्ष्य एकत्रित कर वैधानिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया. जांच के दौरान टीम ने फ्लिपकार्ट से आवश्यक संपर्क स्थापित कर सर्वप्रथम इस ऑफर पर तत्काल रोक लगाते हुए संदिग्ध पतों पर आगामी डिलीवरी को होल्ड कराया जिसके बाद अग्रिम जांच शुरू की गई जिसके तहत आवश्यक तकनीकी साक्ष्य एकत्रित कर एक्सचेंज करने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लेकर घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई जिससे कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए गिरोह के मास्टर माइण्ड दुर्गेश वर्मा एवम अजय दावड़ा के साथ उनके सहयोगियों के साथ धर दबोचा गया. ठगी को अंजाम देने वाले सभी आरोपी मुंगेली जिले के हैं जिनसे पुलिस और भी पूछताछ कर रही है.

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