अरुण सोनी ,बलरामपुर – जिले के ग्राम पंचायत चेरा में सरकारी बांध का मछली मार कर खाने की सजा पंडो जनजाति के लोगों को जन चौपाल लगाकर दी गई और उन्हें बड़ी ही बेरहमी से पेड़ से बांधकर पीटा गया। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आनन-फानन में 10 आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया है लेकिन अभी भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं देखिए ये रिपोर्ट।
जन चौपाल लगाकर सबके सामने बेरहमी से पीटा…….
यह बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत चेरा की तस्वीर जहां अति संरक्षित पंडो जनजाति के 8 लोगों को जिस में दो नाबालिग भी शामिल हैं उन्हें बड़ी ही बेरहमी से पेड़ से बांधकर पीटा जा रहा है इनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने बांध से मछली मार कर खाई थी। गांव के दबंगों को जब इसका पता चला तो उन्होंने गांव में ही जन चौपाल लगाई और सबके सामने ग्रामीणों को लाठी-डंडे लात मुक्का और बेल्ट से बेरहमी से पीट दिया।
दबंगों का पुलिस के साथ हैं सांठगांठ .. लगाया आरोप
इतना ही नहीं जिन ग्रामीणों की पिटाई की गई थी उनपर 35-35 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया और पुलिस से शिकायत पर जान से मारने की धमकी दी गई। घटना 15 जून की है और कल दिनांक को जब इसका वीडियो वायरल हुआ तो समाज के ही कुछ लोगों ने थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है और उनका आरोप है कि यहां के दबंग पुलिसकर्मियों को सेटिंग कर लेते हैं।
वीडियो जब वायरल हुई तब खुली पुलिस की नींद …….
ग्रामीणों से मारपीट का वीडियो जब वायरल हुआ और न्यूज़ चैनल में चलने लगा तो पुलिस की नींद खुली और तत्काल इसमें संज्ञान लेकर एडिशनल एसपी खुद त्रिकुंडा थाना पहुंचे उनके नेतृत्व में पुलिस की टीम ने आनन-फानन में मामले में शामिल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
पुलिस के क्रियाकलाप पर भी उठ रहे सवाल…..
मछली खाने की एक यह ऐसी सजा थी जिसकी उम्मीद कभी भी ग्रामीणों ने नहीं की थी सोशल मीडिया के जमाने में मारपीट का वीडियो जब वायरल हुआ तब इसका खुलासा हुआ लेकिन इस घटना से कई सवाल खड़े हो रहे हैं और समाज के ठेकेदार माने जाने वाले जनप्रतिनिधि व अन्य लोगों के साथ ही पुलिस के क्रियाकलाप पर भी सवाल उठ रहे हैं।