
सत्या साहू/कटघोरा:
नगर के हृदय स्थल में स्थित आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल अपने सत्र के शुरू होने से पहले गम्भीर विवादों में घिर गया है. यहां पदस्थ कुछेक शिक्षकों पर ग्रामीण इलाकों के बच्चों को जबरन स्थानांतरण प्रमाण पत्र थमाने और उनकी जगह पैसो की कथित लेनदेन कर चयनित नही हुए बच्चों को बैकडोर से एडमिशन दिलाने की गंभीर शिकायते मिली थी. उक्त शिकायतों पर जिला कलेक्टर रानू साहू ने तत्काल संज्ञान लिया जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी की अगुवाई में एक टीम जांच के लिए आत्मानन्द स्कूल भेजा गया. जांच के बाद बाहर आये डीईओ ने मीडिया से बात नही. जानकारी के अनुसार जांच दल ने शिक्षक का बयान दर्ज कर लिया है. डीईओ ने स्कूल सम्बन्धी के महत्वपूर्ण दस्तावेजो को भी खंगाला है. विश्वस्त सूत्रों की माने तो प्राथमिक जांच और निरीक्षण में ही एडमिशन सम्बन्धी कई बड़ी गड़बड़ियां सामने आई है. आशंका जताई जा रही है कि जांच रिपोर्ट के बाद जिला कलेक्टर दोषियों पर सख्त कार्रवाई कर सकती है.गौरतलब है कि पिछले एक पखवाड़े से स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कई गंभीर शिकायते मिल रही थी. इनमे पहली शिकायत ग्रामीण इलाकों के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम का डर दिखाकर टीसी थमाने का था तो वही दूसरी शिकायत नियम-कायदों के उलट स्थानीय बच्चो को स्कूल में दाखिला दिलाने का था. मीडिया रपट में यह बात भी सामने आई है कि जिन दर्जन भर बच्चो की टीसी काटी गई है उन्हें मालूम ही नही है कि आखिर उन्हें स्कूल से बेदखल क्यो किया गया है जबकि कई पालकों को बड़ा स्कूल होने, अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होने और मोटी फीस लगने का डर दिखाया गया था. एक अन्य शिकायत यह भी मिली थी कि आत्मानन्द स्कूल के टीचरों ने स्वयं ही बच्चो की टीसी दूसरे सरकारी स्कूलो में जमा करा दिया है. वही स्थानान्तरण प्रमाण पत्र में जहां प्राचार्य का हस्ताक्षर होना चाहिए था उसपर एक शिक्षक के दस्तखत है.

गोपनीय सूत्रों ने बताया है कि आत्मानंद स्कूल में दाखिले के लिए कुछ शिक्षक कथित तौर पर रकम की लेनदेन भी कर रहे है. उक्त सभी शिकायते जिला कलेक्टर को प्रेषित की गई थी जिसके पश्चात आज एक टीम कटघोरा रवाना की गई. टीम प्राथमिक जांच के बाद कोरबा लौट गई है. इन्वेस्टिगेशन टीम ने किन बिंदुओं पर जांच की, किन शिक्षकों का बयान दर्ज किया इसकी आधिकारिक जानकारी नही दी है.